बच्चा चोरी
यह घटना गुजरात राज्य के गिर जंगल की है। गिर जंगल एशिया महादेश में स्थित शेरों का सबसे बड़ा घर है। इसी जंगल के एक क्षेत्र का राजा था साबू शेर। उसके क्षेत्र में गिर जंगल में पाए जाने वाले अन्य जानवर जैसे बड़े कद का हिरण, सांभर, चीतल ,नीलगाय ,चिंकारा, बारहसिंगा, भालू ,बड़ी पूँछ वाले लंगूर और बहुत सारे पक्षी भी रहते थे। साबू शेर किसी को अनावश्यक तंग नहीं करता था और अपने क्षेत्र की रखवाली किसी राजा की तरह करता था।
एक दिन साबू शेर के क्षेत्र में रहने वाली चमकी चीतल के दो छोटे बच्चे गायब हो गए। चीतल बहुत रोई उसे लगा कि कोई जानवर उनके बच्चों को मार कर खा गया है। दूसरे दिन गोली हिरण का एक छौना गायब हो गया हिरण भी इसे अपना दुर्भाग्य समझकर रो-रो कर चुप हो गई। फिर एक दिन डमरू नीलगाय , बिल्लू बारहसिंगा, कालू भालू, सब के बच्चे गायब हुए लेकिन सब उसी तरह थोड़े दिन रोते-धोते फिर चुप हो जाते। बच्चे क्यों गायब हो रहे हैं इस पर किसी का ध्यान नहीं गया।
फिर एक दिन साबू शेर के दो बच्चे पकड़म पकड़ाई खेलते हुए झील तक पहुंचे और वहां से गायब हो गए। यह बात जंगल में आग़ की तरह फैल गई। सभी जानवर राजा शेर के पास पहुंचे और बोले महाराज सिर्फ आप ही के दोनों राजकुमार नहीं गायब हुए हैं हम सभी के बच्चे गायब हुए हैं जरूर कुछ गड़बड़ है। शेर ने कहा कि अगर ऐसी बात थी तो पहले मुझे बताना चाहिए था। शेर गंभीर होकर सोचने लगा। शेर ने तुरंत अपने गुप्तचर खबरी मैना को बुलावा भेजा। खबरी मैना ने अपने सारे साथियों को चारों तरफ उड़ कर सच्चाई पता लगाने भेज दिया।
अगले 2 घंटे बाद खबरी मैना जरूरी खबर लेकर हाजिर हुई।
महाराज! जंगल के बच्चों को दूर देश ले जाकर बेचने के लिए चोरी किया गया है।
कौन कर रहा है ये! साबू शेर गरजा!
महाराज! ऐसी घटना गांवों और शहरों में इंसान के बच्चों के साथ होती है। वहां इंसानों के बच्चों को चुरा कर देश-विदेश में बेच दिया जाता है और बच्चों से जबरन खतरनाक काम कराए जाते हैं ,उनसे भीख भी मंगवाई जाती है, उनके अंग निकाल लिए जाते हैं। इंसान के बच्चों की चोरी वाली ऐसी घटना में अक्सर उन बच्चों को जानने वाले भी शामिल होते हैं। गांव और शहरों में बच्चों की सुरक्षा और उन्हें जल्दी मदद पहुंचने के लिए सरकार ने हेल्पलाइन नंबर 1098 भी जारी कर रखा है। ऐसी ही घटना जंगल में हमारे साथ हुई है। खबरी मैना ने पूरी बात बताते हुए कहा।
यानी कि हमारे बच्चों को चुरा कर इंसानों ने दूर देश में बेच दिया है ! साबू शेर ने पूछा ।
नहीं महाराज यह खुशी की बात है कि इंसानों ने हमारे बच्चों को पिंजरे में कैद कर जंगल के दूसरे कोने में रखा हुआ है , और वह जल्दी ही उन्हें ट्रकों में भरकर ले जाने वाले हैं। तुरंत कुछ करना होगा वरना वे हमारे बच्चों को ले जाकर देश विदेश में कहीं बेंच देंगे। खबरी मैना ने कहा !
साबू शेर ने बब्बन भैंसे और कालू भालू को अपने साथ लिया और तुरत ही जंगल के दूसरे कोने में जा पहुंचा जहां जानवरों के बच्चों को कैद में रखा गया था। वहां उन्होंने देखा कि उन इंसानों का साथ एक बंदर भी दे रहा था। अब शेर को पूरा खेल समझ आया। खबरी मैना ठीक कहती थी , कोई अपना ही इस बच्चा चोरी में शामिल है। देखो ये नालायक बंदर ही हमारे बच्चों को बहला फुसला कर इन शिकारी इंसानों तक लाया है।
अब साबू शेर को गुस्सा आ गया। वो इतनी जोर से दहाड़ा कि सारे शिकारी इंसान भाग खड़े हुए। बंदर तो डर के मारे बेहोश होकर जमीन पर गिर पड़ा। कालू भालू ने पिंजरे का दरवाजा खोलकर सभी जानवरों के बच्चों को आजाद कर दिया।
उस रात गिर जंगल के जानवरों ने खूब उत्सव मनाया। उसी रात में साबू शेर ने घोषणा कर दी कि आज से सभी जानवर एक दूसरे जानवर के बच्चों का ख्याल रखेंगे और जंगल के किसी जानवर के बच्चे के गायब होने पर उसकी सूचना मुझ तक जरूर पहुंचाई जाय।
✍️ वासव मधुप ठाकुर की कलम से..