मौन प्रेम -कंचन प्रभा

बहुत ही सुन्दर गाँव था। गाँव में काफी खूबसूरत वातावरण था। कल कल करती नदियाँ बह रही थी। हरे-भरे पेड़ पथिकों को चिलचिलाती गर्मी से राहत दिया करते थे। खेतों… मौन प्रेम -कंचन प्रभाRead more

मधुशाला के अमर गायक हरिवंशराय बच्चन-हर्ष नारायण दास

मधुशाला के अमर गायक हरिवंशराय बच्चन              बच्चनजी का जन्म 27 नवम्बर 1907 को उत्तरप्रदेश के प्रतापगढ़ जिले के बापूपट्टी गाँव के एक कायस्थ परिवार… मधुशाला के अमर गायक हरिवंशराय बच्चन-हर्ष नारायण दासRead more

राष्ट्रीय अस्मिता गौरव एवं एकता का प्रतीक-सुनील कुमार

राष्ट्रीय अस्मिता गौरव एवं एकता की प्रतीक         14 सितम्बर को हिन्दी दिवस मनाया जाता है। हिन्दी न सिर्फ हमारी राजभाषा है बल्कि हमारे राष्ट्रीय अस्मिता, गौरव… राष्ट्रीय अस्मिता गौरव एवं एकता का प्रतीक-सुनील कुमारRead more

हिन्दी दिवस-हर्ष नारायण दास

हिन्दी दिवस           भारत विविधताओं का देश है जहाँ अलग-अलग जाति, लिंग, पंथ, धर्म के लोग रहते हैं। इनके खान-पान, परम्परा, रहन-सहन रीति-रिवाज एवं भाषा एक-दूसरे… हिन्दी दिवस-हर्ष नारायण दासRead more

रक्षाबंधन पावन नेह की पहचान का पर्व-देव कांत मिश्र ‘दिव्य’

रक्षाबंधन पावन नेह की पहचान का पर्व पावन रेशम सूत में, देखो अनुपम प्यार। भगिनी राखी बाँधती, करे भ्रातृ मनुहार।।                हमारा देश भारत… रक्षाबंधन पावन नेह की पहचान का पर्व-देव कांत मिश्र ‘दिव्य’Read more

भाई की कलाई पर बहना का प्यार-हर्ष नारायण दास

भाई की कलाई पर बहना का प्यार           रक्षाबन्धन का त्योहार बदलते हुए मान मूल्यों का दर्पण है। पौराणिक इतिहास के अनुसार सबसे पहले राखी इन्द्राणी… भाई की कलाई पर बहना का प्यार-हर्ष नारायण दासRead more

आश्रयदाता पेड़ और पिता-सुरेश कुमार गौरव

आश्रयदाता पेड़ और पिता           बचपन में जब भी मन करता मैं टिफिन टाईम स्कूल परिसर के बाहर स्थित काफी पुराना किंतु हरे-भरे ईमली के पेड़… आश्रयदाता पेड़ और पिता-सुरेश कुमार गौरवRead more

हमारी संस्कृति का प्रतीक गंगा-देव कांत मिश्र ‘दिव्य’

 हमारी संस्कृति का प्रतीक गंगा पापनाशिनी मोक्षदायिनी पुण्यसलिला अमरतरंगिनी। ताप त्रिविध माँ तू नसावनी तरल तरंग तुंग मन भावनी।।           हमारा देश भारत धर्म व संस्कृति प्रधान… हमारी संस्कृति का प्रतीक गंगा-देव कांत मिश्र ‘दिव्य’Read more