संज्ञानात्मक विकास एवं शिक्षा-1( प्रथम पाठशाला) बच्चे जब पैदा होते हैं तो वे नये परिवेश में रोते हैं। मां जब उसके मुंह से स्तन को लगाती है तो वे स्वतःस्फूर्त… बबली की पाठशाला : मो. ज़ाहिद हुसैनRead more
Category: दिवस विशेष
सुनीता का त्याग : लवली कुमारी
खट-खट की आवाज सुन कर सुनीता ने कहा, “नैना देखो तो दरवाजा पर कोई आया है।” “मां, पार्सल वाले भैया हैं”, सुनीता आश्चर्य से बोली। “पार्सल वाले क्यों?” “पता नहीं… सुनीता का त्याग : लवली कुमारीRead more
बिहार के अग्रणी योद्धा : बाबू वीर कुँवर सिंह- आशीष अम्बर
कुँवर सिंह का जन्म 23 अप्रैल 1780 ई . को भोजपुर जिले के जगदीशपुर गांव (आरा) में हुआ था । उनके पिता साहबजादा सिंह एक उदार स्वभाव के जमींदार थे… बिहार के अग्रणी योद्धा : बाबू वीर कुँवर सिंह- आशीष अम्बरRead more