दादी माँ की सीख

गर्मी की छुट्टी में इस बार भी सभी बच्चे अपने गाँव आये थे । अनु,तनु,मंगल,सोनू,सबके सब। अपने गाँव, अपनी दादी माँ के गाँव। मजे की बात। गाँव का नाम था… दादी माँ की सीखRead more

पहली कमाई – शिल्पी

मजदूर की माँ की दोनों आँखें नहीं है।वो अपनी पहली कमाई से माँ के लिए लाल साड़ी लेना चाहता है। लेकीन फिर उसने सोचा, माँ को कहाँ दिखाई देनें वाला… पहली कमाई – शिल्पीRead more

सत्य का प्रकाश- सुरेश कुमार गौरव

गाँव के एक छोटे से विद्यालय में आदर्श नाम का एक शिक्षक था, जो अपने छात्रों को सिर्फ़ किताबों का ज्ञान ही नहीं, बल्कि नैतिकता और जीवन-मूल्यों की सीख भी… सत्य का प्रकाश- सुरेश कुमार गौरवRead more

जोगीरा सा…रा..रा..रा- अरविंद कुमार

कार्यालय में होली की छुट्टी हुई , तो मन बिजली की रफ्तार से गांव पहुंच गया । और फिर याद आने लगे गांव की पगडंडी, खेत- खलिहान, गर्दन ऊंचा कर… जोगीरा सा…रा..रा..रा- अरविंद कुमारRead more

पंडित नेहरू जी का आदर्श – अदिति भूषण

14 नवंबर का दिन, भारत में बाल दिवस के रूप में मनाया जाता है, जिसे जवाहरलाल नेहरू के जन्मदिन के अवसर पर मनाया जाता है। नेहरू जी को बच्चों से… पंडित नेहरू जी का आदर्श – अदिति भूषणRead more

उदारता -अमरनाथ त्रिवेदी

एक गाँव में दो सहोदर भाई थे। एक का नाम अमित और दूसरे का सुमित था। दोनों के बीच अच्छे रिश्ते थे। शादी के पहले आपसी संबंधों में इतनी प्रगाढ़ता… उदारता -अमरनाथ त्रिवेदीRead more

तितली की उड़ान -स्नेहलता द्विवेदी ‘आर्य ‘

मुहल्ले के एक चौराहे पर केशव तन्मयता से जूता-चप्पल मरम्मत करता था। जूता पालिश करता था। उसे अपने इस काम से शिकायत नहीं थी लेकिन बड़ी मुश्किल से गुजर -बसर… तितली की उड़ान -स्नेहलता द्विवेदी ‘आर्य ‘Read more

वो दिन -रामपाल प्रसाद सिंह ‘

दिन 1982- 84 का समय-काल जब मैं अनुग्रह नारायण सिंह कॉलेज बाढ़ में विज्ञान-संकाय का छात्र था, आज के परिप्रेक्ष्य में उस काल को देखता हूॅं तो शिक्षा का स्तर… वो दिन -रामपाल प्रसाद सिंह ‘Read more

बाल कथा – निधि चौधरी

चंचल वन में जलेबी दौड़ का आयोजन किया गया। राजा शेर सिंह ने सभी जानवरों को कबूतर काका द्वारा यह संदेश भिजवाया। सभी जानवरों में उत्साह का माहौल था। खेल… बाल कथा – निधि चौधरीRead more

आजादी छोटू की-लवली कुमारी

भोंदू – भोंदू यह आवाज विधालय के बच्चों की ओर से आ रही थी , छोटू के लिए । छोटू जो एक नीचे जाति का बच्चा था, सभी उसे देखकर… आजादी छोटू की-लवली कुमारीRead more