Choudhary – Vishal raj

प्रिय पुत्र 

ढेर सारा प्यार,

आज मैं तुम्हें एक बात समझाने के लिए यह पत्र लिख रही हूँ। बेटा, समय के साथ पढ़ाई–लिखाई में अंग्रेज़ी का महत्व बढ़ गया है, यह सच है, पर इसका मतलब यह नहीं कि हम अपनी मातृभाषा हिंदी को भूल जाएँ। हिंदी सिर्फ भाषा नहीं है, यह हमारी संस्कृति, हमारी पहचान और हमारी मातृभाषा है।

सोचो बेटा, अगर हम अपनी ही भाषा को छोड़ देंगे, तो आने वाली पीढ़ियों को अपने इतिहास और परंपराओं की गहराई कैसे समझ में आएगी? जब हम हिंदी में बोलते या लिखते हैं, तो दिल की बात सीधे सामने वाले तक पहुँच जाती है। हिंदी में अपनापन है, मिठास है और अपनी मिट्टी की खुशबू है।

तुम्हें अंग्रेज़ी भी सीखनी चाहिए क्योंकि वह ज़रूरी है, लेकिन अपनी मातृभाषा हिंदी पर गर्व करना और इसे हमेशा आगे बढ़ाना मत भूलना।

इसी आशा के साथ कि तुम हिंदी का सम्मान करोगे और दूसरों को भी इसके महत्व के बारे में समझाओगे।

अपना ख्याल रखना बेटा, 

तुम्हें स्वस्थ और सफल बनाए।

तुम्हारी माँ

                          🙏🙏🙏🙏

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