क बार नरेंन्द्रनाथ ( स्वामी विवेकानन्द का बचपन का नाम ) रामकृष्ण परमहंस से मिलने के लिए दक्षिणेश्वर ( कोलकाता ) पहूँचे । कुछ देर तक बातचीत के बाद वे उनसे से काफी प्रभावित हुए । उन्होंने उनसे पूछा , ” आपने भगवान को देखा है ? ”
परमहंस जी ने उत्तर दिया ,” हाँ , देखा है और बिल्कुल वैसे ही देखा है जैसे तुम्हें देख रहा हूँ । “
सचेतक स्वामी विवेकानंद जी-कुमारी निरुपमा
सचेतक स्वामी विवेकानंद जी भारतीयता के ताने-बाने से बुना हुआ व्यक्तित्व, मातृभूमि के दुरावस्था से व्यथित हृदय और तत्कालीन समय में युवाओं के सचेतक स्वामी विवेकानंद जी… सचेतक स्वामी विवेकानंद जी-कुमारी निरुपमाRead more
पण्डित रामदेनी तिवारी द्विजदेनी-हर्ष नारायण दास
पण्डित रामदेनी तिवारी द्विजदेनी बहुमुखी प्रतिभा के धनी पण्डित रामदेनी तिवारी द्विजदेनी का जन्म 15 जनवरी 1885 को सारण जिले के नौतन में हुआ था।… पण्डित रामदेनी तिवारी द्विजदेनी-हर्ष नारायण दासRead more
सिक्खों के दसवें गुरु गोविन्द सिंह-सुरेश कुमार गौरव
सिक्खों के दसवें गुरु गोविन्द सिंह सिक्खों के दसवें व अंतिम गुरु श्री गुरु गोविन्द सिंह महाराज जी का जन्म २२ दिसंबर १६६६ को माना… सिक्खों के दसवें गुरु गोविन्द सिंह-सुरेश कुमार गौरवRead more
2047: मेरे सपनो का भारत-कुमकुम कुमारी “काव्याकृति”
2047: मेरे सपनो का भारत चारों ओर खुशहाली होगी, न भ्रष्टाचार न बेरोजगारी होगी। सुंदर अपना देश बनेगा, विश्व का मार्ग प्रशस्त करेगा। आज हमारे देश… 2047: मेरे सपनो का भारत-कुमकुम कुमारी “काव्याकृति”Read more
सावित्री बाई फुले-सुरेश कुमार गौरव
सावित्री बाई फुले 📖 महान शिक्षा नेत्री और समाज सुधारक सावित्री बाई ने फातिमा शेख के साथ 1 जनवरी 1888 को पुणे, महाराष्ट्र… सावित्री बाई फुले-सुरेश कुमार गौरवRead more
कवि कौन-कुमकुम कुमारी ‘काव्याकृति’
कवि कौन जो अपनी लेखनी की ताकत से समाज का दशा व दिशा बदल दे, कवि वो है। कहते हैं कि कलम की धार तलवार… कवि कौन-कुमकुम कुमारी ‘काव्याकृति’Read more
स्वगुण-कुमारी निरुपमा
स्वगुण एक सप्ताह पहले की बात है, नाव से पार करते समय एक बुजुर्ग महिला और उसके साथ उसकी दो युवा पौत्री भी थी। वह सभी उस… स्वगुण-कुमारी निरुपमाRead more
संविधान दिवस-नीतू रानी “निवेदिता”
संविधान दिवस भारतीय संविधान का निर्माण कैबिनेट मिशन के सिफारिश पर एक संविधान निर्मात्री सभा द्वारा किया गया। इसके सदस्यों की कुल संख्या 389 निश्चित की… संविधान दिवस-नीतू रानी “निवेदिता”Read more
वृक्ष हमारे पूजनीय है-कुमकुम कुमारी ‘काव्याकृति’
वृक्ष हमारे पूजनीय है वृक्ष हमारे पूजनीय हैं क्योंकि वृक्षों से हमें प्राणवायु के रूप में ऑक्सीजन की प्राप्ति होती है।ऑक्सीजन हमारे जीवन का… वृक्ष हमारे पूजनीय है-कुमकुम कुमारी ‘काव्याकृति’Read more