Student – Anjar khan

मेरे प्रिय पुत्र 

मैं ठीक हूं और आशा करती हूं कि तुम भी ठीक हो। 

पुत्र आज हिंदी-दिवस है ।मुझे आशा है कि तुम्हारे  विद्यालय में  हिंदी दिवस के अवसर पर बहुत सारे कार्यक्रम हुए होंगे। हिंदी के बारे में हिंदी लेखकों के बारे में हिंदी साहित्य के बारे में बहुत कुछ जानकारी दी गई होगी और तुम पहले से भी बहुत कुछ जानते होंगे । पर क्या तुम जानते हो की एक सितंबर से लेकर 14 सितंबर तक हिंदी पखवाड़ा मनाया जाता है और हिंदी को हमारी राजकीय भाषा बनाने में श्री  गोपाल कृष्ण आयंगर साहब का बहुत बड़ा योगदान रहा है। 14 सितंबर 1949 को हमारी मातृभाषा को को राजकीय भाषा के तौर पर स्वीकार किया  गया। यह विश्व की तीसरी सबसे अधिक बोले जाने वली भाषा है।

पुत्र जैसे तुम  मेरा सम्मान करते हो मुझे आशा है की आजीवन हिंदी को भी भी सम्मान दोगे ।

प्रेम और आशीर्वाद के साथ 

 तुम्हारी मां 

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