विश्वास जीतने का प्रतिफल- अमरनाथ त्रिवेदी 

जब विश्वास की डोर एक दूसरे के साथ बँधती है तब एक दूसरे के साथ कार्य करने की नयी संस्कृति का  सृजन होता है। जीवन को संजीदगी से  जीने और… विश्वास जीतने का प्रतिफल- अमरनाथ त्रिवेदी Read more

बदलाव -अमरनाथ त्रिवेदी

अजीत और विक्रम दोनों एक ही मुहल्ले में रहते थे। अभी दोनों सरकारी विद्यालय में आठवीं कक्षा में पढ़ रहे थे, परंतु दोनों के स्वभाव में आकाश पाताल का अंतर… बदलाव -अमरनाथ त्रिवेदीRead more

आदर्श-अमरनाथ त्रिवेदी

कहते हैं समय की मार एक न एक दिन सब पर अवश्य पड़ती है; चाहे कोई कितना भी बलशाली और विद्वान क्यों न हो, परन्तु अज्ञानी मनुष्य समय को रो-धोकर… आदर्श-अमरनाथ त्रिवेदीRead more