बाल अधिकार
प्यारे बच्चों,
आप हमेशा फूलों की तरह मुस्कुराते रहे!
मेरे प्यारे बच्चों, मैं 20 नवम्बर अंतर्राष्ट्रीय बाल अधिकार दिवस पर आपसबों के नाम एक पत्र लिख रही हूँ जिसका विषय है “बाल अधिकार”। हाँ बच्चों आप सबों को अपने अधिकार जानने होंगे? जब आप अधिकार जानेंगे तभी कोई आपका शोषण नहीं कर पायेगा। ये शोषण शारीरिक, आर्थिक या मानसिक किसी भी रूप में हो सकता है।
इसलिए आपको अपने अधिकार के लिए जागरूक रहने की आवश्यकता है।
आपके मुख्य अधिकार चार हैं-
1. जीवन जीने का अधिकार 2.सहभागिता का अधिकार 3. विकास का अधिकार 4.संरक्षण का अधिकार।
जब किसी बच्चे का जन्म होता है तब उसे जीवित रहने का अधिकार है और जन्मोंपरांत पंजीकरण एवं राष्ट्रीयता प्राप्त कराने का पूर्ण अधिकार है।
उसके बाद आपके संरक्षण का अधिकार है जिससे आप हमेशा अपनों के संरक्षण में रहे। आपके जीवन में स्वास्थ्य भी महत्वपूर्ण स्थान है ये आपका अधिकार भी है। सरकार आपके जन्म से पहले एवं जन्मोंपरान्त तक आपके स्वस्थ की जिम्मेदारी लेती है और समय-समय पर आपके बचाव के लिए टीकाकरण भी करवाती है जिससे आप स्वस्थ जीवन व्यतीत कर सकें! आपके माता-पिता की सहमति के बगैर आपको कोई गोद भी नहीं ले सकता है। न ही तो कोई आपको नशीली चीज दे सकता है और न ही कोई खतारनाक कार्य ही करा सकता है। और न ही 15 वर्ष से कम आयु में आपको सेना में भर्ती कर सकता है।
उसके बाद आपको निः शुल्क शिक्षा, पाठ्यपुस्तक, गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा, मीनू के अनुसार भोजन सभी प्राप्त करने का अधिकार है।
आपको 14 वर्ष की आयु तक कोई श्रमिक कार्य नहीं करा सकता है चाहें वो आपके माता- पिता ही क्यों न हो, न ही तो वो आपका बाल विवाह ही करा सकते है जब तक की लड़की 18 की और लड़के 21 की नहीं हो जाते। अगर कोई आपके विरुद्ध कार्य करता है तो आप बेझिझक अपनी बात Child help line के No. 1098 पर अपनी बात कर सकते हैं। यह नंबर 24 घंटे आपके सुरक्षा में तैनात रहती है।
बच्चों ये सभी अधिकार आपको अपने है आप इन्हें हमेशा याद रखें क्योंकि “आप देश के भविष्य हैं”।
आप सलामत तभी जग सलामत
आँचल शरण
प्रा वि टप्पू टोला
बायसी पूर्णिया बिहार
बहुत सुंदर रचना मैम 👌👌👌👌
सुन्दर आलेख ।