विषय वस्तु – आज इंटरनेट हमारे दैनिक जीवन के अभिन्न अंगों में से एक बन गया है । वह हमारे दैनिक जीवन के अधिकांश पहलुओं को प्रभावित कर रहा है… साइबर सुरक्षा और जागरुकता की आवश्यकता : आशीष अम्बरRead more
Category: आलेख
अंतरिक्ष यात्री, शुभांशु शुक्ला की सफल वापसी : डॉ० अजय कुमार
अंतरिक्ष का अंतहीन संसार हमेशा से मानव मन में अनेकों जिज्ञासाओं को जन्म देता रहा है। बचपन में दादी-नानी के किस्सों में यह परियों और देवताओं का निवास स्थान रहा… अंतरिक्ष यात्री, शुभांशु शुक्ला की सफल वापसी : डॉ० अजय कुमारRead more
नई शिक्षा नीति 2020 : राम बाबू राम
यह शिक्षा नीति 2022 से लागू हुआ। अब तक का सबसे बड़ा बदलाव है। 10+2 को बदलकर 5 + 3 + 3 + 4 लाया गया।स्तर :-(1) फाऊंडेशनल स्टेज (5… नई शिक्षा नीति 2020 : राम बाबू रामRead more
लोको मोको डिंग डांग : मो.ज़ाहिद हुसैन
संज्ञानात्मक विकास एवं शिक्षा- अंतिम भाग व्हाइट हिल में सहेलियां एक दूसरे को चिढ़ाने के लिए अजब- गजब नाम बुनते हैं। बोनफायर के दिन सहेलियां कटुता को भूल कर नाचते-गाते… लोको मोको डिंग डांग : मो.ज़ाहिद हुसैनRead more
अलमामैटर: मस्ती की पाठशाला : मो. जाहिद हुसैन
(संज्ञानात्मक विकास एवं शिक्षा-2) यदि बच्चे के मस्तिष्क पर दबाव न पड़े तो उनमें सीखने की जिज्ञासा स्वतः जागृत होगी। बंटी का एडमिशन पापा ने अपने एक दोस्त के विद्यालय ‘अल्मा मैटर’… अलमामैटर: मस्ती की पाठशाला : मो. जाहिद हुसैनRead more
बाबा नागार्जुन की जयन्ती : हर्ष नारायण दास
नागार्जुन का जन्म1911 ईस्वी की ज्येष्ठ पूर्णिमा को वर्त्तमान मधुबनी जिले के सतलखा में हुआ था।यह सतलखा गाँव उनका ननिहाल था।उनका पैतृक गाँव वर्त्तमान दरभंगा जिले के तरौनी था।इनके पिता… बाबा नागार्जुन की जयन्ती : हर्ष नारायण दासRead more
कछुआ: धैर्य, संतुलन और संरक्षण का प्रतीक : सुरेश कुमार गौरव
प्रस्तावना: प्रकृति में ऐसे अनेक जीव हैं जो मौन रहते हुए भी हमें जीवन की महान शिक्षाएँ दे जाते हैं। कछुआ (Turtle/Tortoise) भी उन्हीं में एक अद्भुत जीव है –… कछुआ: धैर्य, संतुलन और संरक्षण का प्रतीक : सुरेश कुमार गौरवRead more
नाम और यश : गिरीन्द्र मोहन झा
महापुरुष अज्ञात, निर्वाक और शांत होते हैं।महापुरुष नाम-यश के गुलाम नहीं होते हैं। वे शब्दों(निन्दा-स्तुति) के भी गुलाम नहीं होते हैं। वे दृढ़नियमी, कर्तव्यपरायण और ईमानदार होते हैं। वे कर्तापन… नाम और यश : गिरीन्द्र मोहन झाRead more
शिक्षा में बहुभाषावाद से सम्बन्धित लाभ और चुनौतियाँ : आशीष अम्बर
बहुभाषावाद एक से अधिक भाषाओं को बोलने , समझने, पढ़ने और लिख सकने की क्षमता है । यह व्यक्तिगत या सामाजिक क्षमता हो सकती है, जो इस बात पर निर्भर… शिक्षा में बहुभाषावाद से सम्बन्धित लाभ और चुनौतियाँ : आशीष अम्बरRead more