योग बिना जीवन बेकार युग-युग की यही पुकार, योग बिना जीवन बेकार। जो नहीं योग करता, दिन-प्रतिदिन रोग गढ़ता। मोटापा, बीपी, शुगर, इससे वह नही बचता।। समय मिले न घड़ी… योग बिना जीवन बेकार-शशिकान्त वर्माRead more
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योगदूत
“योग “मनुष्य मात्र का जीवन लक्ष्य – रौशन वर्मा
जन ‐जन के मन में , प्रज्जवलित हो दीप योग का । रहे रोग -मुक्त मानव-समाज और कल्याण हो विश्व का । तन निरोगी, मन निरोगी, आत्मा का कण-कण निरोगी… “योग “मनुष्य मात्र का जीवन लक्ष्य – रौशन वर्माRead more
एक चक्कर मे योग की समझ
भभुआ शहर में एक प्राथमिक विद्यालय में विकास कुमार और कृष्ण कुमार नाम के दो शिक्षक पढ़ाते थे।दोनो की उम्र लगभग समान ही थी। कृष्ण कुमार हमेशा खुश रहते थे… एक चक्कर मे योग की समझRead more