शिक्षक होते हैं समाज के शिल्पकार शिक्षक समाज के ऐसे शिल्पकार होते हैं जो बिना किसी मोह माया के इस समाज को तराशते हैं। शिक्षक… शिक्षक होते हैं समाज के शिल्पकार-एम एस हुसैनRead more
पवित्र रिश्ता-रुचि सिन्हा
पवित्र रिश्ता पहले एक छात्र फिर एक शिक्षक, बेहद करीब से जीया है इस रिश्ते को और महसूस की है रिश्ते की सत्यता को। बदलते… पवित्र रिश्ता-रुचि सिन्हाRead more
एक शिक्षक की भूमिका-बीनू मिश्रा
एक शिक्षक की भूमिका जीवन में शिक्षक का किरदार बहुत ही खास होता है। वे किसी के जीवन में उस बैकग्राउंड म्यूजिक की तरह होते… एक शिक्षक की भूमिका-बीनू मिश्राRead more
सम्मान-डाॅ. अनुपमा श्रीवास्तव
सम्मान सौभाग्य से मेरा जन्म एक शिक्षक परिवार में हुआ था। मेरे पिताजी शिक्षक थे।परिवार में और लोग भी शिक्षक हैं। सो मेरे रग-रग में… सम्मान-डाॅ. अनुपमा श्रीवास्तवRead more
चिंकी वैद्य-विजय सिंह नीलकण्ठ
चिंकी वैद्य किसी जंगल में चिंकी नाम की एक गिलहरी अपने बच्चों के साथ एक पेड़ पर रहती थी। एक दिन वह उसी पेड़ के… चिंकी वैद्य-विजय सिंह नीलकण्ठRead more
आत्मनिर्भरता-अर्चना गुप्ता
आत्मनिर्भरता आत्मनिर्भर का अर्थ ही है अपनी जरूरतों के लिए खुद पर निर्भर रहना औरों पर नहीं। यदि कोई व्यक्ति आत्मनिर्भर हो तो वह अपना… आत्मनिर्भरता-अर्चना गुप्ताRead more
जिज्ञासा-विजय सिंह नीलकण्ठ
जिज्ञासा ऐसी अमूर्त भावना जो हर किसी के अंदर समाहित रहती है। यह अमूर्त होते हुए भी इतना महत्वपूर्ण है जो मानव को… जिज्ञासा-विजय सिंह नीलकण्ठRead more
मृत्यु एक सत्य-राकेश कुमार
मृत्यु एक सत्य मनुष्य जब इस अलौकिक दुनियाँ में आता है तो एक निश्चित अवधि के बाद इस खुबसूरत दुुनियाँ से अलविदा भी हो जाता… मृत्यु एक सत्य-राकेश कुमारRead more
लालच बुरी बला है-पंकज कुमार
लालच बुरी बला है वैशाली जिले के राजोपुर गाँव में मोहन नाम का एक आदमी रहता था । वह बहुत ही लालची और कंजूस आदमी था… लालच बुरी बला है-पंकज कुमारRead more
और मैं बन गई मम्मा-मधुमिता
और मैं बन गई मम्मा गोधूलि बेला में मैं ध्यान करने जा रही थी कि तभी मोबाइल की घंटी बजी। बेटू ने कहा “मम्मा मेरा… और मैं बन गई मम्मा-मधुमिताRead more