वृक्ष हमारे पूजनीय है
वृक्ष हमारे पूजनीय हैं क्योंकि वृक्षों से हमें प्राणवायु के रूप में ऑक्सीजन की प्राप्ति होती है।ऑक्सीजन हमारे जीवन का सबसे महत्वपूर्ण तत्व जिसके बिना जीवन की कल्पना संभव नहीं है और वृक्ष ऑक्सीजन का सबसे बड़ा उत्पादक है। यानि वृक्ष हमारे प्राण रक्षक हैं ।इसके अतिरिक्त वृक्ष का हर एक अंग पत्ती से लेकर जड़ तक अत्यंत गुणकारी है।विभिन्न प्रकार की वनस्पति-औषधि हमें इसी से प्राप्त होता है।
पर्यावरण संतुलन के लिए इस धरा पर एक निश्चित मात्रा में पेड़ो का होना अतिआवश्यक है। इसके अभाव में पर्यावरण असंतुलित हो जाएगा और हमारे जीवन पर घोर संकट का बादल मंडराने लगेगा।इसलिए आवश्यक है कि हम पेड़ों को कटने से रोके उसका संरक्षण करें और अधिक से अधिक पौधारोपण करें।
पेड़ों पर ही परिंदों का बसेरा होता है। परिंदा जो स्वस्थ पर्यावरण का एक आवश्यक घटक है। पेडों की अंधाधुंध कटाई एवं द्रुतगति से हो रहा शहरीकरण के कारण आज परिंदों की बहुत सारी प्रजातियाँ विलुप्त होने के कगार पर है, जो हमारे लिए शुभ संकेत नहीं है।
पेड़ों के कटने व जंगलों के कम होने से जंगली जानवरों के जीवन पर संकट छा गया है। इस धरती पर जितने भी जीव-जंतु हैं सभी की अपनी-अपनी उपयोगिता है और हर जीव पर्यावरण संतुलन के लिए आवश्यक है। इनके नहीं रहने से पर्यावरण को खतरा है। ईश्वर ने जब सृष्टि का निर्माण किया तब सभी जीवों में हम मानवों को सबसे अधिक विवेकशील बनाया ताकि हम अपने विवेक का सदुपयोग कर धरा पर रहने वाले सभी जीव-जंतुओं का संरक्षण करेंगे।परन्तु हम मानव स्वार्थ साधना में इस कदर लीन हो गए कि हमें इस बात का ध्यान ही नहीं रहा कि यह पृथ्वी सिर्फ हमारी नहीं है बल्कि और भी जीवों का इसपर अधिकार है। अंधाधुंध पेड़ो की कटाई एवं प्राकृतिक संसाधनों का दोहन आज हमारे स्वयं के अस्तित्व के लिए खतरा बनता जा रहा है। यदि आज भी हम नहीं संभले तो वो दिन दूर नहीं जब इस सुंदर सृष्टि के नष्ट होने के जिम्मेवार हम होंगे।
इसलिए हे इंसान अब तो जागो । अभी भी हमारे पास समय है अपने भूल को सुधारने की। हम अपने होने का कर्तव्य निभाए और माँ समान अपनी प्यारी धरती के प्राकृतिक सौंदर्य को बनाए रखने में अपना योगदान दे।
हम सब मिलकर अधिक से अधिक पेड़ लगाएँ और उन पेड़ों का संरक्षण करें। क्योंकि पेड़ के फायदे ही फायदे हैं। पेड़ों से हमें ऑक्सीजन की प्राप्ति तो होती ही है इसके अतिरिक्त पेड़ हमारे वातावरण को शुद्ध करता है, मिट्टी के क्षरण को रोकता है, भू जलस्तर को बढ़ाने में सहायक है। वायुमंडल के तापक्रम को कम करता है। इसलिए अपने आसपास ज्यादा से ज्यादा पेड़ो को लगाएँ और मानव होने का फर्ज निभाएँ।
कुमकुम कुमारी ‘काव्याकृति’
शिक्षिका
मध्य विद्यालय, बॉक
जमालपुर