परिचय : मानव समाज विचारों, अभिव्यक्तियों और रचनात्मक प्रवृत्तियों का एक जीवंत समुच्चय है। इन प्रवृत्तियों को दिशा देने, संवारने और उनके मर्म तक पहुँचने हेतु जिन उपकरणों का सहारा… आलोचना एवं समालोचना : एक दृष्टिकोण- सुरेश कुमार गौरवRead more
Author: Aastha Deepali
तेते पाँव पसारिए- मनु कुमारी
मनुष्य को अपने सामर्थ्य के अनुसार हीं जीवन में खर्च करना चाहिए। ऐसा नहीं कि आमदनी अठन्नी हो और हम खर्चा रूपया करें। अपनी आमदनी के हिसाब से हीं अपना… तेते पाँव पसारिए- मनु कुमारीRead more
जीवन का दीपक- सुरेश कुमार गौरव
गाँव के अंतिम छोर पर एक टूटी-फूटी झोपड़ी में बुजुर्ग हरिश्चंद्र रहते थे। उम्र के अंतिम पड़ाव पर उनका न कोई संगी था, न कोई संतान। समय काल ने उनसे… जीवन का दीपक- सुरेश कुमार गौरवRead more
बिहार के अग्रणी योद्धा : बाबू वीर कुँवर सिंह- आशीष अम्बर
कुँवर सिंह का जन्म 23 अप्रैल 1780 ई . को भोजपुर जिले के जगदीशपुर गांव (आरा) में हुआ था । उनके पिता साहबजादा सिंह एक उदार स्वभाव के जमींदार थे… बिहार के अग्रणी योद्धा : बाबू वीर कुँवर सिंह- आशीष अम्बरRead more
रजिया की शादी- नीतू रानी
रजिया की माँ रजिया की शादी बारह वर्ष में करवा देना चाहती थी। यानी कि “बाल विवाह”, क्योंकि अगर रजिया पंद्रह, सत्रह साल की हो जाएगी तो उसके लायक लड़का… रजिया की शादी- नीतू रानीRead more
हरित धरा- रुचिका
आज सुबह से ही हर जगह बड़ी धूमधाम थी। फावड़ा, कुदाल, बाल्टी मग और नर्सरी से लिये कुछ पौधों के साथ नेताजी और उनके समर्थक चल रहे थे।जहाँ भी खाली… हरित धरा- रुचिकाRead more
भोजन की बर्बादी कैसे रोकें?- मनु कुमारी
किसी भी आयोजन में, चाहे शादी हो, विवाह हो, मुंडन हो या मृत्यु भोज हो, किसी भी तरह का आयोजन हो-सभी आयोजनों में भोजन बनाने में काफी पैसे खर्च होते… भोजन की बर्बादी कैसे रोकें?- मनु कुमारीRead more
हिंदी में रोजगार की संभावनाएं- आशीष अम्बर
हिंदी हमारे देश की राजभाषा है। आज हिंदी भाषा के बढ़ते चलन और वैश्विक रूप ने रोजगार की अनेक संभावनाओं को उजागर किया है। विविध क्षेत्रों में इसकी स्वीकृति और… हिंदी में रोजगार की संभावनाएं- आशीष अम्बरRead more
सुंदर लिखावट कला या विज्ञान- अरविंद कुमार
महात्मा गांधी ने कहा था खराब लिखावट अधूरी शिक्षा की निशानी है। दरअसल उनकी लिखावट अच्छी नहीं थी और इस बात का अफसोस उन्हें जीवनपर्यंत होता रहा। हम सब भी… सुंदर लिखावट कला या विज्ञान- अरविंद कुमारRead more
पेड़-पौधों में भारत विश्व में दसवें स्थान पर-सुरेश कुमार गौरव
इस लेख को तैयार करने के बाद ज्ञात हुआ कि विश्व में लगभग तीन ट्रिलियन से अधिक पेड़ हैं। लेकिन सभ्यता की शुरुआत के बाद से मनुष्यों द्वारा 47% पेड़ों… पेड़-पौधों में भारत विश्व में दसवें स्थान पर-सुरेश कुमार गौरवRead more