टी ओ बी शिक्षकों का एक मंच
टी ओ बी यानी टीचर्स आफ बिहार शिक्षकों का एक ऐसा मंच है जो आईसीटी के माध्यम से दिवस ज्ञान, स्वरचित कविताएँ, सुरक्षित शनिवार कार्यक्रम, स्वरचित कहानियाँ, प्रस्तुत पहेली, ऑनलाइन क्लासेस, स्कूल एक्टिविटी को प्रकाशित करती है। अनेक कार्यक्रम के द्वारा बिहार के सरकारी स्कूल के कुशल एवं तेजतर्रार शिक्षक अपने कौशलों को आईसीटी के माध्यम से टीचर्स ऑफ बिहार पर बिखेरते हैं। विभिन्न विषयों जैसे सुरक्षित शनिवार कार्यक्रम में बाढ़ से बचाव, सर्पदंश से बचाव एवं उपाय, टी एल एम निर्माण महोत्सव कार्यक्रम, सन्डे फंडे कार्यक्रम तथा एक आवाज देश के नाम पर टीओबी द्वारा क्विज प्रतियोगिता कराई जाती है। इस प्रतियोगिता में सफल प्रतिभागियों को ऑनलाइन सर्टिफिकेट देकर उन्हें टी ओ बी सम्मानित करती है। शिक्षकों को मोटिवेट कर उसके अंदर छिपी हुई प्रतिभा को टीचर्स ऑफ बिहार द्वारा फेसबुक पर प्रकाशित कर बिहार के गौरव को बढ़ाने का कार्य करती है। दूसरे राज्यों में जो बिहार के शिक्षकों के प्रति गलत अवधारणा विकसित हुई है उसको बहुत हद तक टी ओ बी द्वारा आईसीटी के माध्यम से पाटने का कार्य किया है। आईसीटी एक ऐसा माध्यम है जिसके द्वारा हम अपनी पहचान बना सकते हैं। टीचर्स ऑफ बिहार द्वारा फेसबुक पर सुयोग्य एवं कर्मठ बिहार के सरकारी शिक्षकों का स्वरचित कविताओं के प्रकाशन का लिंक बनाया गया है। padyapankaj.teachersofbihar.org, इस लिंक पर जाकर सर्च करने पर बिहार के सरकारी स्कूलों के शिक्षकों द्वारा स्वरचित सारगर्भित कविताएँ प्रकाशित की जाती है। इस लिंक को ओपन कर विभिन्न कविताओं को आप पढ़ सकते हैं। यह सारी कविताएँ बहुत ही रोचक एवं सराहनीय है। साथ ही टीचर्स ऑफ बिहार ने 74 वें स्वतंत्रता दिवस के शुभ अवसर पर पोएट राइटर्स क्लब के रचनाकार विद्वतजन बिहार के सरकारी स्कूल के शिक्षकों द्वारा सर्वाधिक स्वरचित 50 से ऊपर कविताएँ रचकर इतिहास बना दिया। इतनी सर्वाधिक कविताएँ एक साथ कभी भी प्रकाशित नहीं हुई थी। साथ ही 74 वें स्वतंत्रता दिवस पर टीचर्स आफ बिहार द्वारा https://som.teachersofbihar.org लिंक तैयार किया गया है। इस लिंक पर टीचर्स आफ बिहार ने ऑनलाइन क्विज प्रतियोगिता कराकर सफल प्रतिभागियों को ऑनलाइन सर्टिफिकेट प्रदान करती है। टीचर्स ऑफ बिहार शिक्षकों के अंदर कुछ कर गुजरने को ऊर्जा प्रदान करती है। टी ओ बी द्वारा इस कार्यक्रम से शिक्षकों के अंदर कंपटीशन की भावना जागृत होती है। इसी कंपटीशन की भावना से सभी शिक्षकों में आगे निकलने की होड़ लगी रहती है, कि सबसे पहले हमारी रचना प्रकाशित हो। मुझे टीचर्स आफ बिहार द्वारा ऑनलाइन सर्टिफिकेट प्राप्त हो। यह सब उद्दीपन की क्रिया शिक्षकों को द बेस्ट टीचर बनाने में कारगर सिद्ध होती है। मैं जब टी एल एम निर्माण महोत्सव में भाग लिया तो मैं लॉकडाउन में घर बैठकर शून्य निवेश पर आधारित बहुत से टी एल एम निर्माण कर टीचर्स ऑफ बिहार के फेसबुक पर 6 से अधिक आकर्षक टी एल एम सेंड किया जो पूर्ण रूप से शून्य निवेश पर आधारित था। जब टीचर्स ऑफ बिहार ने ऑनलाइन सर्टिफिकेट का लिंक सेंड किया तो मैंने उसे ओपन करके देखा तो पाया कि टीचर्स ऑफ बिहार द्वारा ऑनलाइन सर्टिफिकेट में मेरा प्रथम स्थान सलेक्ट हुआ है। मेरे अंदर खुशी की लहर दौड़ पड़ी। मुझे आशा ही नहीं पूर्ण विश्वास है कि यही प्रतिक्रिया सभी प्रतिभागियों के बीच होती होगी। टीचर्स ऑफ बिहार का यही कार्य बिहार के सरकारी स्कूल के शिक्षकों के अंदर कुछ कर गुजरने का जज्बा पैदा करता है। आज हम देख रहे हैं कि टी ओ बी पोएट्स राइटर्स ग्रुप पर एक से एक बढ़कर उत्कृष्ट रचनाएँ हमारे सभी साथियों एवं शिक्षिका बहनों द्वारा प्रतिदिन प्रकाशित होने के लिए के लिए सेंड किया जाता है। मुझे पूरी कविताएँ पढ़कर बहुत खुशी होती है कि बिहार के सरकारी स्कूलों के शिक्षकों में भी वह जज्बा एवं जुनून है जो कुछ कर गुजरने का ख्वाहिश रखते हैं। यही क्रिया बिहार में गिरते शिक्षा एवं शिक्षकों के प्रति गलत सोच को दूर कर कामयाबी का परचम लहरा सकता है।
# धन्यवाद TOB#
अशोक कुमार
न्यू प्राथमिक विद्यालय भटवलिया
नुआंव कैमूर
बहुत बहुत ही सुंदर