नशा (इस कहानी के पात्र, घटनायें व स्थान काल्पनिक है, इसका उद्देश्य मनोरंजन है।) “नमिता अरे ! ओ नमिता !…….. लड़खड़ाते कदम, बहकी आवाजें, मुंह से निकलते विशेष दुर्गंध को… नशा-अरविंद कुमारRead more
कृषि के लिए बैल का उपयोग-सुमोना घोष
कृषि के लिए बैल का उपयोग जब ब्रह्मा जी ने सृष्टि की रचना की तो सभी जीव-जंतु धरती पर अवतरित हुए । पेड़ पौधे, जलचर,… कृषि के लिए बैल का उपयोग-सुमोना घोषRead more
अजातशत्रु-मनु कुमारी
अजातशत्रु भारत मां के सच्चे सपूत, राष्ट्रपुरुष, राष्ट्र मार्गदर्शक, सच्चे देशभक्त, अजातशत्रु, भीष्म पितामह ना जाने कितनी उपाधियों से उन्हें पुकारा जाता था! भारत रत्न… अजातशत्रु-मनु कुमारीRead more
राज योग- मधुमिता
राज योग राजयोग को समझने के लिए सबसे पहले हम योग को समझते हैं| योग अर्थात मेल, जैसे गणित में 2 + 2=4 होता है।… राज योग- मधुमिताRead more
फिरंगिया गीत के गायक-हर्ष नारायण दास
फिरंगिया गीत के गायक हिन्दी भाषा-साहित्य के प्रखर विद्वान और चम्पारण आन्दोलन केजाने-माने सत्याग्रही मनोरंजन प्रसाद सिंह भोजपुरी भाषी थे। उनका जन्म शाहाबाद जिले… फिरंगिया गीत के गायक-हर्ष नारायण दासRead more
त्याग और बलिदान-भोला प्रसाद शर्मा
त्याग और बलिदान (यह कथा विद्यालय सम्बंधित है जिसमें श्यामपट, चॉक और डस्टर आपस में वार्तालाप करते हैं।) श्यामपट: नमस्कार भाई साहेब नमस्कार। चॉक: नमस्कार! नमस्कार!कहिये जनाब कैसे बीत रहा… त्याग और बलिदान-भोला प्रसाद शर्माRead more
अभिनय की जन्मभूमि बाल्यावस्था-सुधांशु कुमार चक्रवर्ती
अभिनय की जन्मभूमि बाल्यावस्था बच्चा मनुष्य का पिता होता है। बच्चों के दिलों में भगवान का स्थान होता है। मनोवैज्ञानिक ढंग से यह सत्य है… अभिनय की जन्मभूमि बाल्यावस्था-सुधांशु कुमार चक्रवर्तीRead more
कलंक-अरविंद कुमार
कलंक “रमेश..जी, अरे! ऐ रमेश..जी.. उठअ..हो..कर्मचारी..साहेब, तनी नींद.. तोड़ल..जाय..हो “रामनगर थाने का दारोगा कुन्दन, रमेश के बांह पर हाथ रख, उसे हिलाते-डुलाते हुए बोला। दारोगा… कलंक-अरविंद कुमारRead more
भाग्य निर्माता-मधुमिता
भाग्य निर्माता हर आत्मा अपने कर्मों से अपने भाग्य का निर्माण करता है। अपने कर्मों का जिम्मेवार भी वो खुद होता है। हमारे माता-पिता या… भाग्य निर्माता-मधुमिताRead more
पटना का गोलघर-हर्ष नारायण दास
पटना का गोलघर एक ऐतिहासिक स्मारक पटना विश्व के प्राचीनतम नगरों में से एक है। अपनी ऐतिहासिक गाथा के क्रम में इस नगर के नाम… पटना का गोलघर-हर्ष नारायण दासRead more