मोहम्मद रफी : हर्ष नारायण दास

आवाज़ के बादशाह मोहम्मद रफी का जन्म 24 दिसम्बर 1924 को लाहौर में हुआ था।इनके पिता का नाम हाजी अली मोहम्मद तथा माता का नाम अल्लाहराखि था। मो0 सफी, मो0… मोहम्मद रफी : हर्ष नारायण दासRead more

राखी का वचन : रूचिका

दीदी,जल्दी से राखी बाँधो, तभी न मैं तुम्हारी हर मुसीबत से रक्षा करूँगा। दस वर्षीय सोनू ने अपनी पंद्रह वर्षीय बहन नेहा से ये बात कही तो नेहा ने चिढ़ते… राखी का वचन : रूचिकाRead more

लोको मोको डिंग डांग : मो.ज़ाहिद हुसैन

संज्ञानात्मक विकास एवं शिक्षा- अंतिम भाग व्हाइट हिल में सहेलियां एक दूसरे को चिढ़ाने के लिए अजब- गजब नाम बुनते हैं। बोनफायर के दिन सहेलियां कटुता को भूल कर नाचते-गाते… लोको मोको डिंग डांग : मो.ज़ाहिद हुसैनRead more

एक और सुबह : अरविंद कुमार

आ..छी..ईईईईई ..। ऊह…,हे..रे..भागता है की नहीं उधर ” दशरथ ओझा ने मंगलू के छींकने पर अपना मुंह बनाते हुए कहा। “हे रबिया माय, रबिया माय” रबि‌या माय आंगन के चूल्हा… एक और सुबह : अरविंद कुमारRead more

व्हाइट हिल : मो.ज़ाहिद हुसैन

(संज्ञानात्मक विकास एवं शिक्षा-3) व्हाइट हिल प्रकृति की गोद में बसा एक अनोखा विद्यालय है जहां सह-संज्ञानात्मक क्रिया पर जोर देकर बच्चियों में जिम्मेदारी, रचनात्मकता और नेतृत्व क्षमता का विकास… व्हाइट हिल : मो.ज़ाहिद हुसैनRead more

पिता की सीख : कुमारी निधि

रोहन तब बारहवीं में पढ़ रहा था। वह पढ़ने में बहुत होशियार था। रोहन के पिता ने उसे कोई कमी नहीं दी। रोहन के मुँह खोलने से पहले उसके सामने… पिता की सीख : कुमारी निधिRead more

पितृ दिवस विशेष : सं. गिरीन्द्र मोहन झा

आज पितृ दिवस पर हमारे ग्रंथों में पिता के लिए कहे गये शब्द:(संकलन: गिरीन्द्र मोहन झा) पा रक्षणे धातु से पिता पद निष्पन्न होता है अर्थात् जो विपत्तियों से रक्षा… पितृ दिवस विशेष : सं. गिरीन्द्र मोहन झाRead more

अलमामैटर: मस्ती की पाठशाला : मो. जाहिद हुसैन

(संज्ञानात्मक विकास एवं शिक्षा-2)   यदि बच्चे के मस्तिष्क पर दबाव न पड़े तो उनमें सीखने की जिज्ञासा स्वतः जागृत होगी। बंटी का एडमिशन पापा ने अपने एक दोस्त के विद्यालय ‘अल्मा मैटर’… अलमामैटर: मस्ती की पाठशाला : मो. जाहिद हुसैनRead more

बाबा नागार्जुन की जयन्ती : हर्ष नारायण दास

नागार्जुन का जन्म1911 ईस्वी की ज्येष्ठ पूर्णिमा को वर्त्तमान मधुबनी जिले के सतलखा में हुआ था।यह सतलखा गाँव उनका ननिहाल था।उनका पैतृक गाँव वर्त्तमान दरभंगा जिले के तरौनी था।इनके पिता… बाबा नागार्जुन की जयन्ती : हर्ष नारायण दासRead more

पहला झूठ और पहली सज़ा : सुरेश कुमार गौरव

बचपन में कोई सिखाता नहीं कि झूठ बोलना बुरा है, पर जब बोलते हैं और पकड़े जाते हैं – तभी असल शिक्षा मिलती है।मुझे याद है – वह मेरी तीसरी… पहला झूठ और पहली सज़ा : सुरेश कुमार गौरवRead more