स्तनपान क्यों जरूरी-लवली कुमारी

Lovely

Lovely

स्तनपान क्यों जरूरी

          विश्व स्तनपान दिवस 1 अगस्त से 7 अगस्त तक मनाया जाता है। इसका उद्देश्य महिलाओं को स्तनपान कराने के लिए जागरूक तथा वैसी कामकाजी महिलाएं जो आज के भागदौड़ वाली जिंदगी में व्यस्त रहती हैं उन्हें स्तनपान संबंधी अधिकार के प्रति जागरूकता प्रदान करना है। उन्हें प्रेरित करना कि नवजात शिशु के लिए पीला गाढ़ा चिपचिपा युक्त मां के स्तन का दूध कोलेस्ट्रम संपूर्ण आहार होता है जिसे बच्चे के जन्म के तुरंत बाद एक घंटे के भीतर ही शुरू कर देना चाहिए। स्तन में दूध पैदा होना महिलाओं की एक स्वाभाविक प्रक्रिया है। जब तक बच्चा दूध पीता है तब तक स्तन में दूध होता है लेकिन जब वह दूध पीना छोड़ देता है तब अपने आप ही स्तन में दूध बनना बंद हो जाता है। स्तनपान कराने से मां और बच्चे दोनों को फायदा होता है। मां का दूध अच्छा और पौष्टिक होता है। दूध में पाया जाने वाला कोलेस्ट्रम बच्चों को प्रतिरोधक क्षमता प्रदान करता है, बच्चों को रोगों से बचाता है, बच्चों की वृद्धि व विकास में सहायक होता है। हमारे देश में अक्सर गांव में रहने वाली महिलाएं बच्चों को स्तनपान जरूर कराती हैं परंतु उन्हें इसके फायदे की जानकारी नहीं होती और पहली बार मां बनने वाली माताएं जिन्हें इसकी जानकारी नहीं होती वैसे बच्चों में कुपोषण का रोग एवं संक्रमण से दस्त हो जाता है। बच्चों के लिए स्तनपान संरक्षण और संवर्धन का काम करता है। बच्चों में रोग प्रतिरोधक क्षमता नहीं होती। जन्म लिए हुए बच्चों को यह शक्ति मां के दूध से ही मिलती है। मां के दूध में लैक्टोफोर्मिंन नामक तत्व होता है जो बच्चों की आंत में लौह तत्व को बांध लेता है और लोह तत्व के अभाव में बच्चों की आंत में रोग उत्पन्न नहीं हो पाता। मां के दूध में रोगाणु नाशक तत्व होते हैं। मां की आंत में वातावरण से जो रोग आते हैं, वह आंत में स्थित विशेष भाग के संपर्क में आते हैं, जो उन रोगाणु विशेष के खिलाफ प्रतिरोधात्मक तत्व बनाते हैं। यह एक विशेष नलिका थोरासिक डक्ट से सीधे मां के स्तन तक पहुंचता है और दूध के द्वारा बच्चों के पेट में। बच्चा इस तरह मां का दूध पीकर हमेशा स्वस्थ रहता है। इसलिए बच्चों के अच्छे स्वास्थ्य के लिए स्तनपान बहुत जरूरी है।

बच्चों को छ: महीने तक कराना है स्तनपान
बच्चा होगा स्वस्थ मिलेगा निरोग रहने का वरदान।

 

लवली कुमारी
उत्क्रमित मध्य विद्यालय अनूपनगर
बारसोई कटिहार

Spread the love

One thought on “स्तनपान क्यों जरूरी-लवली कुमारी

Leave a Reply

%d bloggers like this: