जल संकट : समस्या और निदान : आशीष अम्बर

पानी की कमी सतत् विकास के लिए प्रमुख चुनौतियों में से एक है, क्योंकि पानी न केवल मानवता के लिए, बल्कि कृषि उत्पादन, खाद्य सुरक्षा के लिए भी आवश्यक है… जल संकट : समस्या और निदान : आशीष अम्बरRead more

गुरु और ज्ञान : रागिनी कुमारी

‘गुरु गृह गयउ पढ़न रघुराई, अल्प काल विद्या सब पाई। आज गोस्वामी तुलसीदास जी के जन्म एवं निर्वाण दिवस पर अनायास ही ये पक्तियाँ याद आ गई। उक्त पक्तियाँ गोस्वामी… गुरु और ज्ञान : रागिनी कुमारीRead more

साइबर सुरक्षा और जागरुकता की आवश्यकता : आशीष अम्बर

विषय वस्तु – आज इंटरनेट हमारे दैनिक जीवन के अभिन्न अंगों में से एक बन गया है । वह हमारे दैनिक जीवन के अधिकांश पहलुओं को प्रभावित कर रहा है… साइबर सुरक्षा और जागरुकता की आवश्यकता : आशीष अम्बरRead more

अंतरिक्ष यात्री, शुभांशु शुक्ला की सफल वापसी : डॉ० अजय कुमार

अंतरिक्ष का अंतहीन संसार हमेशा से मानव मन में अनेकों जिज्ञासाओं को जन्म देता रहा है। बचपन में दादी-नानी के किस्सों में यह परियों और देवताओं का निवास स्थान रहा… अंतरिक्ष यात्री, शुभांशु शुक्ला की सफल वापसी : डॉ० अजय कुमारRead more

लोको मोको डिंग डांग : मो.ज़ाहिद हुसैन

संज्ञानात्मक विकास एवं शिक्षा- अंतिम भाग व्हाइट हिल में सहेलियां एक दूसरे को चिढ़ाने के लिए अजब- गजब नाम बुनते हैं। बोनफायर के दिन सहेलियां कटुता को भूल कर नाचते-गाते… लोको मोको डिंग डांग : मो.ज़ाहिद हुसैनRead more

अलमामैटर: मस्ती की पाठशाला : मो. जाहिद हुसैन

(संज्ञानात्मक विकास एवं शिक्षा-2)   यदि बच्चे के मस्तिष्क पर दबाव न पड़े तो उनमें सीखने की जिज्ञासा स्वतः जागृत होगी। बंटी का एडमिशन पापा ने अपने एक दोस्त के विद्यालय ‘अल्मा मैटर’… अलमामैटर: मस्ती की पाठशाला : मो. जाहिद हुसैनRead more

बाबा नागार्जुन की जयन्ती : हर्ष नारायण दास

नागार्जुन का जन्म1911 ईस्वी की ज्येष्ठ पूर्णिमा को वर्त्तमान मधुबनी जिले के सतलखा में हुआ था।यह सतलखा गाँव उनका ननिहाल था।उनका पैतृक गाँव वर्त्तमान दरभंगा जिले के तरौनी था।इनके पिता… बाबा नागार्जुन की जयन्ती : हर्ष नारायण दासRead more

कछुआ: धैर्य, संतुलन और संरक्षण का प्रतीक : सुरेश कुमार गौरव

प्रस्तावना: प्रकृति में ऐसे अनेक जीव हैं जो मौन रहते हुए भी हमें जीवन की महान शिक्षाएँ दे जाते हैं। कछुआ (Turtle/Tortoise) भी उन्हीं में एक अद्भुत जीव है –… कछुआ: धैर्य, संतुलन और संरक्षण का प्रतीक : सुरेश कुमार गौरवRead more