छात्रों द्वारा शिक्षक का अनुकरण : नेहा कुमारी

आज भी याद है मुझे वो दिन जब मैंने विद्यालय में योगदान लिया और सभी रसोईया, अभिवावकों ने मुझे देख कर सोचा कि ये कम उम्र की पतली दुबली लड़की… छात्रों द्वारा शिक्षक का अनुकरण : नेहा कुमारीRead more

वर्तमान परिदृश्य में नैतिक शिक्षा का महत्व : अमृता कुमारी

“शिक्षा जीवन की तैयारी नहीं है शिक्षा स्वयं जीवन है”- जॉन डेवी आज हमारे देश में सच्चरित्रता की बहुत कमी दिखती है जहां तक नजर जाती है लोगों में स्वार्थपरता… वर्तमान परिदृश्य में नैतिक शिक्षा का महत्व : अमृता कुमारीRead more

स्वामी विवेकानंद …गिरीन्द्र मोहन झा

स्वामी विवेकानंद(१२ जनवरी, १८६३ – ०४ जुलाई, १९०२) 11 सितंबर, 1893 को शिकागो में हमारे देश के स्वामी विवेकानंद जी ने विश्वविख्यात भाषण दिया। उन्होंने ‘The sisters and brothers of… स्वामी विवेकानंद …गिरीन्द्र मोहन झाRead more

राष्ट्रीय खेल दिवस : नेहा कुमारी

जीवन का हर पल खेल है,बुरा हो या अच्छा ।जो हिम्मत से अडिग रहा,वही खिलाड़ी है सच्चा । इसी पृष्ठभूमि में हम बात करते हैं राष्ट्रीय खेल दिवस की। राष्ट्रीय… राष्ट्रीय खेल दिवस : नेहा कुमारीRead more

स्त्री का दर्द : रूचिका

सरिता जी की कामवाली सरला आज फिर देर से आई। सरिता जी ने कहा, “सरला,आज फिर तूने देर कर दी जबकि कल ही मैंने कहा था जरा जल्दी आना, कुछ… स्त्री का दर्द : रूचिकाRead more

गुरु और ज्ञान : रागिनी कुमारी

‘गुरु गृह गयउ पढ़न रघुराई, अल्प काल विद्या सब पाई। आज गोस्वामी तुलसीदास जी के जन्म एवं निर्वाण दिवस पर अनायास ही ये पक्तियाँ याद आ गई। उक्त पक्तियाँ गोस्वामी… गुरु और ज्ञान : रागिनी कुमारीRead more