पंडित नेहरू जी का आदर्श – अदिति भूषण

Aditi bhushan

14 नवंबर का दिन, भारत में बाल दिवस के रूप में मनाया जाता है, जिसे जवाहरलाल नेहरू के जन्मदिन के अवसर पर मनाया जाता है। नेहरू जी को बच्चों से बहुत प्यार था और वे हमेशा उनके लिए समय निकालते थे।एक बार, नेहरू जी के जन्मदिन के अवसर पर, उनके सचिव ने उनसे कहा, “सर, आपके जन्मदिन पर हमें आपके लिए कुछ विशेष करना चाहिए।”नेहरू जी ने मुस्कराते हुए कहा, “मैं नहीं चाहता कि मेरे जन्मदिन पर कोई बड़े पैमाने पर समारोह आयोजित किया जाए। इसके बजाय, मैं चाहता हूँ कि आप बच्चों के लिए कुछ करें।”सचिव ने पूछा, “क्या हम बच्चों के लिए कोई समारोह आयोजित कर सकते हैं?”नेहरू जी ने कहा, “हाँ, बच्चों के लिए एक बड़ा समारोह आयोजित करो। उन्हें खुशी, आनंद और शिक्षा देने वाले कार्यक्रम आयोजित करो।”इस तरह, नेहरू जी के जन्मदिन को बाल दिवस के रूप में मनाने की परम्परा शुरू हुई। हर साल, 14 नवंबर को बच्चों के लिए विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं, जिनमें शिक्षा, खेल, संगीत और अन्य गतिविधियाँ शामिल होती हैं।नेहरू जी की विरासत आज भी बच्चों के लिए प्रेरणा का स्रोत है। उनका मानना था कि बच्चे देश के भविष्य हैं और उन्हें शिक्षा, स्वास्थ्य और खुशी के अवसर प्रदान करना हमारी जिम्मेदारी है।इस बाल दिवस पर, हम नेहरू जी के आदर्शों को याद करते हैं और बच्चों के लिए काम करने का संकल्प लेते हैं।

अदिति भूषण

विद्यालय अध्यापक (11-12)उ० मा० विद्यालय आलमपुर कोदरियाविभूतिपुर, समस्तीपुर

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