महामारी और शिक्षा-कुमारी निरुपमा

महामारी और शिक्षा             वैसे तो विश्व पहले भी कई महामारी का दंश झेल चुका है। 1720 का मार्सिले प्लेग, 1820 का फर्स्ट हैजा, 1920… महामारी और शिक्षा-कुमारी निरुपमाRead more

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कृतज्ञता-कुमारी निरुपमा

कृतज्ञता             सौरभ आज अपने खिड़की पर उदास बैठा था। खिड़की के सामने बेल का पेड़ था जिसे आज मजदूर काटने आएंगे। पापा चार दिन… कृतज्ञता-कुमारी निरुपमाRead more

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मित्रता का मान-कुमारी निरुपमा

मित्रता का मान           विद्यालय में “कृष्ण और सुदामा” नाटक का मंचन किया जाना था। वर्ग सात के अंग्रेजी के किताब का एक लेशन जब से… मित्रता का मान-कुमारी निरुपमाRead more

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आशा की किरण-कुमारी निरुपमा

आशा की किरण           अमन, सौरभ, मोनू और गौरव चारों दोस्त जब 12 अप्रैल को विद्यालय गये तब पता चला कि कोरोना के बढ़ते प्रकोप के… आशा की किरण-कुमारी निरुपमाRead more

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दिव्यांगता ईश्वरीय रुप-कुमारी निरुपमा

दिव्यांगता ईश्वरीय रुप           दिव्यांग अर्थात दिव्य अंग जिसके पास हो। ईश्वर द्वारा प्रदत्त एक विशिष्ट सृजन। इन विशेष प्रकार के बच्चों का पालन-पोषण देख-रेख, पढ़ाई… दिव्यांगता ईश्वरीय रुप-कुमारी निरुपमाRead more

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