रजिया की माँ रजिया की शादी बारह वर्ष में करवा देना चाहती थी। यानी कि “बाल विवाह”, क्योंकि अगर रजिया पंद्रह, सत्रह साल की हो जाएगी तो उसके लायक लड़का… रजिया की शादी- नीतू रानीRead more
Category: संदेशपरक
हरित धरा- रुचिका
आज सुबह से ही हर जगह बड़ी धूमधाम थी। फावड़ा, कुदाल, बाल्टी मग और नर्सरी से लिये कुछ पौधों के साथ नेताजी और उनके समर्थक चल रहे थे।जहाँ भी खाली… हरित धरा- रुचिकाRead more
भोजन की बर्बादी कैसे रोकें?- मनु कुमारी
किसी भी आयोजन में, चाहे शादी हो, विवाह हो, मुंडन हो या मृत्यु भोज हो, किसी भी तरह का आयोजन हो-सभी आयोजनों में भोजन बनाने में काफी पैसे खर्च होते… भोजन की बर्बादी कैसे रोकें?- मनु कुमारीRead more
हिंदी में रोजगार की संभावनाएं- आशीष अम्बर
हिंदी हमारे देश की राजभाषा है। आज हिंदी भाषा के बढ़ते चलन और वैश्विक रूप ने रोजगार की अनेक संभावनाओं को उजागर किया है। विविध क्षेत्रों में इसकी स्वीकृति और… हिंदी में रोजगार की संभावनाएं- आशीष अम्बरRead more
सुंदर लिखावट कला या विज्ञान- अरविंद कुमार
महात्मा गांधी ने कहा था खराब लिखावट अधूरी शिक्षा की निशानी है। दरअसल उनकी लिखावट अच्छी नहीं थी और इस बात का अफसोस उन्हें जीवनपर्यंत होता रहा। हम सब भी… सुंदर लिखावट कला या विज्ञान- अरविंद कुमारRead more
पेड़-पौधों में भारत विश्व में दसवें स्थान पर-सुरेश कुमार गौरव
इस लेख को तैयार करने के बाद ज्ञात हुआ कि विश्व में लगभग तीन ट्रिलियन से अधिक पेड़ हैं। लेकिन सभ्यता की शुरुआत के बाद से मनुष्यों द्वारा 47% पेड़ों… पेड़-पौधों में भारत विश्व में दसवें स्थान पर-सुरेश कुमार गौरवRead more
साहसिक सफलता की कहानी-डॉ स्नेहलता द्विवेदी “आर्या”
दिनभर की थकान के उपरांत भोजन और फिर सोने का समय।आँखों में गहरी नींद छाई हुई थी। हमसब अपने बिस्तर की ओर जा रहे थे। बच्चे सो गए थे। गाँव… साहसिक सफलता की कहानी-डॉ स्नेहलता द्विवेदी “आर्या”Read more
बंटी की दोस्ती- कंचन प्रभा
बंटी एक छोटा, चुलबुला खरगोश था जो जंगल के किनारे अपने बिल में रहता था। वह बहुत मिलनसार था, लेकिन उसके कोई खास दोस्त नहीं थे। वह हमेशा सोचता कि… बंटी की दोस्ती- कंचन प्रभाRead more
समान अवसर- रूचिका
कक्षा से बच्चों के शोरगुल की आवाजें आ रही थी, प्रधानाध्यापक ने झांककर देखा तो कुछ बच्चे आपस में उलझ रहे थे। उन्होंने बच्चों को डाँटते हुए कहा कि दस… समान अवसर- रूचिकाRead more
बच्चों की होली- लवली कुमारी
अरे मुझे नहीं देखो -देखो इसे लगाओमोहन ,राजा, मीना ,गीता आज विधालय में बहुत मस्ती कर रहे थे। क्योंकि कल होली जो है।सभी बच्चे एक -दूसरे को रंग,अबीर लगा कर… बच्चों की होली- लवली कुमारीRead more