2 अक्टूबर गाँधी जयंती-अमरेन्द्र कुमार

2 अक्टूबर गाँधी जयंती

          देश के राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी का जन्मदिन हर साल 2 अक्टूबर को मनाया जाता है। इस बार 2 अक्टूबर शुक्रवार को है। ये खास दिन बापू के नाम है। जिसे अन्य नामों से भी जाना जाता है। इस दिन को विश्व अहिंसा दिवस के रूप में भी मनाया जाता है। बापू ने भारत को आजादी दिलवाने के लिए कई आंदोलन चलाए थे। स्वतंत्रता दिवस और गणतंत्र दिवस की तरह 2 अक्तूबर को भी राष्ट्रीय पर्व का दर्जा मिला हुआ है।

महात्मा गाँधी का जन्म 2 अक्टूबर के दिन हुआ। इस दिन को विश्व अहिंसा दिवस के रूप में मनाया जाता है। बापू दुनियाँ में अहिंसात्मक आंदोलन के लिए जाने जाते हैं और यह दिवस उनके प्रति वैश्विक स्तर पर सम्मान व्यक्त करने के लिए घोषित किया गया था।

कहते हैं कि बापू के आंदोलनों का असर सिर्फ भारत ही नहीं दुनियाँ के अन्य देशों में भी दिखा था। बापू के विचारों और आदर्शों को आज भी कई लोग मानते हैं। राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी का जन्म 2 अक्तूबर 1869 को हुआ था। उनके कार्यों और विचारों ने देश को आजादी दिलाने में बड़ी भूमिका निभाई थी। गाँधी जी हमेशा सत्य और अहिंसा के रास्ते पर चले और पूरी मानवता को विश्व शांति का पाठ पढ़ाया जिसको देखते हुए यू एन ने 15 जून 2007 को महात्मा गांधी के जन्मदिन 2 अक्तूबर को विश्व अहिंसा दिवस घोषित किया था।

2 अक्टूबर 1869 को जन्मे मोहनदास करमचंद गाँधी स्वतंत्रता आंदोलन के भारत के सबसे बड़े नेता थे। उन्होंने सफलतापूर्वक अंग्रेजों के खिलाफ भारत के अहिंसक आंदोलन का नेतृत्व किया। जिसने दुनियाँ भर में कई नागरिक अधिकारों के आंदोलनों को प्रेरित किया। गाँधी जी ने कानून की पढाई की और वकालत की प्रैक्टिस के लिए दक्षिण अफ्रीका चले गए थे। वापस आने पर वह भारतीय राष्ट्रीय काँग्रेस में शामिल हो गए। किसानों और मजदूरों के लिए देशव्यापी अभियान का नेतृत्व किया। उन्होंने जातिगत भेदभाव के खिलाफ भी लड़ाई लड़ी और महिलाओं के अधिकारों के विस्तार के लिए संघर्ष भी किया।

उन्होंने भारत के स्वतंत्रता संग्राम में कुछ सबसे ऐतिहासिक आंदोलनों का नेतृत्व किया। उन्होंने 1930 में दांडी मार्च के माध्यम से भारतीयों को नमक कानून को तोड़ने के लिए प्रेरित किया जिससे भारतीयों को विश्वास हुआ कि वे अंग्रेजों की ताकत को चुनौती दे सकते हैं। उन्होंने 1942 में भारत छोड़ो आंदोलन शुरू किया। गाँधी जी चाहते थे कि भारत एक धर्मनिरपेक्ष राष्ट्र हो और उन्होंने इसके लिए संघर्ष भी किया। गाँधी जी के नेतृत्व में भारत को आजादी मिली लेकिन 30 जनवरी 1948 को नाथूराम गोडसे ने उन्हें मार दिया।

अमरेंद्र कुमार प्राथमिक विद्यालय भईया टोला दरिहट TOB डिस्ट्रिक्ट मैंटर रोहतास

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