भारत की मिट्टी ने एक ऐसा तपः पूत रचा जो आत्मा से गाँधी था, आस्था में क्रान्ति, गति में कर्म था और राष्ट्र में सम्पूर्ण जीवित राष्ट्रीयता, वाणी, वीणा, वेणु… माखनलाल चतुर्वेदी-हर्ष नारायण दासRead more
संदिग्ध आँखें-विजय सिंह नीलकण्ठ
संदिग्ध आँखें बाजार से लौटते समय जिग्नेश की बाइक के दाईं मीरर पर किसी गाड़ी के आने का प्रकाश दिखा जो बड़ी तेजी से आ… संदिग्ध आँखें-विजय सिंह नीलकण्ठRead more
संत रविदास -पूर्व जन्म -नीतू रानी
अंत मति सो गति , मरने के समय आप का मन जिधर जाएगा ।फल आपको उसी के अनुसार मिलेगा।मरने के समय आपका मन अगर बेटा-बेटी पर गया तब आपको सुअर… संत रविदास -पूर्व जन्म -नीतू रानीRead more
अध्यात्मिक प्रसंग स्वामी विवेकानन्द – सुधीर कुमार
क बार नरेंन्द्रनाथ ( स्वामी विवेकानन्द का बचपन का नाम ) रामकृष्ण परमहंस से मिलने के लिए दक्षिणेश्वर ( कोलकाता ) पहूँचे । कुछ देर तक बातचीत के बाद वे उनसे से काफी प्रभावित हुए । उन्होंने उनसे पूछा , ” आपने भगवान को देखा है ? ”
परमहंस जी ने उत्तर दिया ,” हाँ , देखा है और बिल्कुल वैसे ही देखा है जैसे तुम्हें देख रहा हूँ । “
सचेतक स्वामी विवेकानंद जी-कुमारी निरुपमा
सचेतक स्वामी विवेकानंद जी भारतीयता के ताने-बाने से बुना हुआ व्यक्तित्व, मातृभूमि के दुरावस्था से व्यथित हृदय और तत्कालीन समय में युवाओं के सचेतक स्वामी विवेकानंद जी… सचेतक स्वामी विवेकानंद जी-कुमारी निरुपमाRead more
पण्डित रामदेनी तिवारी द्विजदेनी-हर्ष नारायण दास
पण्डित रामदेनी तिवारी द्विजदेनी बहुमुखी प्रतिभा के धनी पण्डित रामदेनी तिवारी द्विजदेनी का जन्म 15 जनवरी 1885 को सारण जिले के नौतन में हुआ था।… पण्डित रामदेनी तिवारी द्विजदेनी-हर्ष नारायण दासRead more
सिक्खों के दसवें गुरु गोविन्द सिंह-सुरेश कुमार गौरव
सिक्खों के दसवें गुरु गोविन्द सिंह सिक्खों के दसवें व अंतिम गुरु श्री गुरु गोविन्द सिंह महाराज जी का जन्म २२ दिसंबर १६६६ को माना… सिक्खों के दसवें गुरु गोविन्द सिंह-सुरेश कुमार गौरवRead more
2047: मेरे सपनो का भारत-कुमकुम कुमारी “काव्याकृति”
2047: मेरे सपनो का भारत चारों ओर खुशहाली होगी, न भ्रष्टाचार न बेरोजगारी होगी। सुंदर अपना देश बनेगा, विश्व का मार्ग प्रशस्त करेगा। आज हमारे देश… 2047: मेरे सपनो का भारत-कुमकुम कुमारी “काव्याकृति”Read more
सावित्री बाई फुले-सुरेश कुमार गौरव
सावित्री बाई फुले 📖 महान शिक्षा नेत्री और समाज सुधारक सावित्री बाई ने फातिमा शेख के साथ 1 जनवरी 1888 को पुणे, महाराष्ट्र… सावित्री बाई फुले-सुरेश कुमार गौरवRead more
कवि कौन-कुमकुम कुमारी ‘काव्याकृति’
कवि कौन जो अपनी लेखनी की ताकत से समाज का दशा व दिशा बदल दे, कवि वो है। कहते हैं कि कलम की धार तलवार… कवि कौन-कुमकुम कुमारी ‘काव्याकृति’Read more