परिश्रम का फल किसी गाँव में एक बूढ़ा और गरीब किसान रहता था। गरीब इतना कि किसी को भी दया आ जाय लेकिन वह किसान… परिश्रम का फल-भवानंद सिंहRead more
Category: हिन्दी कहानी
राष्ट्रकवि रामधारी सिंह “दिनकर”-हर्ष नारायण दास
राष्ट्रकवि रामधारीसिंह “दिनकर” दिनकर जी का जन्म बेगूसराय जिला के गाँव सिमरिया में काश्त कार बाबू रवि सिंह के घर दूसरे बेटे के रूप में… राष्ट्रकवि रामधारी सिंह “दिनकर”-हर्ष नारायण दासRead more
देशभक्ति-मनोज कुमार
देशभक्ति मास्टर दीनानाथ पंडित यूं तो गाँव के सरकारी विद्यालय से कई वर्ष पूर्व सेवानिवृत हो चुके थे लेकिन उनका मानना था कि एक अध्यापक… देशभक्ति-मनोज कुमारRead more
अहंकार-रीना कुमारी
अहंकार मनुष्य के आनंदमय जीवन में काले बादल की तरह छा जाने वाली कोई चीज है तो वह, है “अहंकार”। अहंकार एक ऐसा शत्रु है… अहंकार-रीना कुमारीRead more
दायित्वबोध-जैनेन्द्र प्रसाद रवि
दायित्वबोध मध्याह्न भोजन के पश्चात बच्चे खेलने में व्यस्त थे। शिक्षक- शिक्षिकाएँ भी आपसी बातचीत में मशगूल थे, तभी सप्तम… दायित्वबोध-जैनेन्द्र प्रसाद रविRead more
बेटी के जबाव से मिली सीख-नूतन कुमारी
बेटी के जबाव से मिली सीख पिता पुत्री के संबंधों पर एक क्वीज प्रतियोगिता चल रही थी। बहुत सारे पिता और पुत्रियाँ बैठी हुई थी।… बेटी के जबाव से मिली सीख-नूतन कुमारीRead more
एकाग्रता की महत्ता-देव कांत मिश्र
एकाग्रता की महत्ता संस्कृत के प्रसिद्ध विद्वान प्रोफेसर पाल डायसन के निमंत्रण पर स्वामी विवेकानंद स्विट्जरलैंड से जर्मनी गए हुए थे। दोनों आपस में विचार… एकाग्रता की महत्ता-देव कांत मिश्रRead more
दुलारी-विजय सिंह नीलकण्ठ
दुलारी बहुत समय पहले की बात है, किसी गाँव में धनिकलाल नामक एक बकरी पालक रहता था जो बकरियों का पालन पोषण कर अपना समय… दुलारी-विजय सिंह नीलकण्ठRead more
हिन्दी दिवस पर अंग्रेज़ी भाषा का प्रभाव-शफक फातमा
हिन्दी दिवस पर अंग्रेज़ी भाषा का प्रभाव बात उन दिनों की है जब मैं इंटरमीडिएट की छात्रा थी। हिन्दी दिवस समारोह के लिए हम सब… हिन्दी दिवस पर अंग्रेज़ी भाषा का प्रभाव-शफक फातमाRead more
महान कर्मयोगी डाॅ. कलाम-शुकदेव पाठक
महान कर्मयोगी डॉ. कलाम ऐसे तो हमारे देश में रत्नों की कमी नहीं है परंतु उन्हीं रत्नों में महान श्री एपीजे अब्दुल कलाम एक अलग… महान कर्मयोगी डाॅ. कलाम-शुकदेव पाठकRead more