कभी हार मत मानो कनक मध्यम वर्गीय परिवार की एक 10 साल की लड़की है। एक दिन वह अपनी माँ के हाथों बनी आलू के… कभी हार मत मानो-निधि चौधरीRead more
Category: हिन्दी कहानी
सत्कर्म का फल-ब्रह्माकुमारी मधुमिता सृष्टि
सत्कर्म का फल एक दिन अंबर नाम का ग्वाला सुबह दूध लेकर बेचने को निकला। वह दूध बेचकर घर की ओर लौट रहा था कि… सत्कर्म का फल-ब्रह्माकुमारी मधुमिता सृष्टिRead more
आशा की किरण-कुमारी निरुपमा
आशा की किरण अमन, सौरभ, मोनू और गौरव चारों दोस्त जब 12 अप्रैल को विद्यालय गये तब पता चला कि कोरोना के बढ़ते प्रकोप के… आशा की किरण-कुमारी निरुपमाRead more
धूप में देवता-संजीव प्रियदर्शी
धूप में देवता रघु बारह हजार रुपये पत्नी लखिया को देते हुए बोला – “रख ले ये रुपये। फ़सल के दाम हैं।” लखिया नोटों की… धूप में देवता-संजीव प्रियदर्शीRead more
जल अमूल्य है-रूचिका राय
जल अमूल्य है बाहर खटर पटर की आवाज सुनते ही सुधा के बेजान शरीर में हरकत हुई। किसी तरह खुद को उठाते हुए वह बाहर… जल अमूल्य है-रूचिका रायRead more
दिव्यांगता ईश्वरीय रुप-कुमारी निरुपमा
दिव्यांगता ईश्वरीय रुप दिव्यांग अर्थात दिव्य अंग जिसके पास हो। ईश्वर द्वारा प्रदत्त एक विशिष्ट सृजन। इन विशेष प्रकार के बच्चों का पालन-पोषण देख-रेख, पढ़ाई… दिव्यांगता ईश्वरीय रुप-कुमारी निरुपमाRead more
मातृ दिवस-शफ़क़ फातमा
मदर्स डे सभी माँओं को समर्पित एक दिवस हमारे जीवन में कई ऐसे रिश्ते हैं जिन्हें साल भर के कैलेंडर से एक दिन (दिवस) निकाल… मातृ दिवस-शफ़क़ फातमाRead more
मॉंं-नीभा सिंह
मॉं जब जब कागज पर लिखा मैंने मां का नाम, कलम अदब से बोल उठी हो गए चारों धाम।।🙏 सच मां एक अलौकिक शब्द है।… मॉंं-नीभा सिंहRead more
हम परिस्थितियों से अधिक शक्तिशाली हैं-ब्रह्मकुमारी मधुमिता ‘सृष्टि’
हम परिस्थितियों से अधिक शक्तिशाली हैं जीवन यात्रा में परिस्थितियां कभी एक जैसी नहीं होती इसलिए हमें परिस्थितियों से अधिक शक्तिशाली बनना है तभी हम… हम परिस्थितियों से अधिक शक्तिशाली हैं-ब्रह्मकुमारी मधुमिता ‘सृष्टि’Read more
प्राकृति का ख्याल-भोला प्रसाद शर्मा
प्राकृति का ख्याल कोरोना एक जंग है। आप सभी महानुभावों, मेरे भाईयों एवं मेरी दीदी जी! आपको समझाने की आवश्यकता ही नहीं है। आप मुझे… प्राकृति का ख्याल-भोला प्रसाद शर्माRead more